अर्क दशमलव: प्रसूत ज्वर एवं सब प्रकार के वात रोगों में लाभदायक है।
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अर्क दशमलव: प्रसूत ज्वर एवं सब प्रकार के वात रोगों में लाभदायक है।
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अर्क दशमलव: प्रसूत ज्वर एवं सब प्रकार के वात रोगों में लाभदायक है।
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पर चौथे दिन उसे ज्वर आ गया और प्रसूत ज्वर के लक्षण मालूम हु ए.
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चतुर्मुख रस (स्वर्णयुक्त): समस्त प्रकार के वायु स्नायु रोग, दौर्बल्य, मानसिक विकार, शारीरिक क्षीणता, मूत्र विकार, पुराना बुखार, खांसी, अम्लपित्त, प्रसूत ज्वर आदि में लाभकारी।
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चतुर्मुख रस (स्वर्णयुक्त): समस्त प्रकार के वायु स्नायु रोग, दौर्बल्य, मानसिक विकार, शारीरिक क्षीणता, मूत्र विकार, पुराना बुखार, खांसी, अम्लपित्त, प्रसूत ज्वर आदि में लाभकारी।
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चतुर्मुख रस (स्वर्णयुक्त): समस्त प्रकार के वायु स्नायु रोग, दौर्बल्य, मानसिक विकार, शारीरिक क्षीणता, मूत्र विकार, पुराना बुखार, खांसी, अम्लपित्त, प्रसूत ज्वर आदि में लाभकारी।